पर्यावरण शब्द संस्कृत भाषा के ‘परि’ उपसर्ग (चारों ओर) तथा ‘आवरण’ शब्द से मिलकर बना है । जिसका अर्थ है ‘ऐसी वस्तुओं का समूह है जो हमें चारों ओर से घेरे हुए हैं।' वर्तमान समय में पर्यावरण एक ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है, लेक…
भारत पर्यावरण सरंक्षण के संबंध में अन्य देशों से पिछड़ा हुआ नहीं है । क्योंकि भारत में वर्षों पुराने धर्म ग्रंथों में पर्यावरण सरंक्षण के संबंध में व्यापक जानकारी मिलती है । जिसमें विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों के अतिरिक्त जड़ी बू…
वर्तमान के वैज्ञानिक युग में मनुष्य तीव्र गति से विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति कर रहा है । लेकिन इस दौरान उन परम्पराओं और मूल्यों को खो रहा है जिनका आधार भी विज्ञान ही रहा है । वे परम्पराऐं व मूल्य सनातन काल में मानव समाज के लि…
पिछले दिनों पर्यावरण से संबंधित खबरें इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया तथा सोशल मीडिया आदि के द्वारा विश्व जनमानस में छाई रही। एक स्वीडिश छात्रा ग्रेटा थुनबर्ग जो कि जलवायु परिवर्तन एवं प्रदूषण रोकने की दिशा में संघर्षरत है; के सं…
‘पर्यावरण प्रबंध' शब्द जितना नवीन है । उससे कहीं अधिक प्राचीन इसकी कार्य व्यवस्था है । क्योंकि हमारे पूर्वज पर्यावरण के साथ पूर्ण तालमेल एवं व्यवस्थित होकर अपने जीवन को आगे बढ़ाया है । अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूर्ण करने क…
पृथ्वी पर जीवन को संभव बनाने में बहुत से कारकों का योगदान है । इसमें सबसे महत्वपूर्ण पृथ्वी का वायुमंडल भी है । जिसमें कई गैसों का मिश्रण है, इन गैसों में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, ऑर्गन, हाइड्रोजन, हिलियम, ओजोन, क…
टॉरनेडो क्या है ? उष्ण कटिबंधीय चक्रवात कैसे उत्पन्न होते हैं ? तथा उनके प्रभाव क्षेत्र कौन से हैं ? आइए चर्चा करते हैं – टॉरनेडो मूल रूप से उष्णकटिबंधीय चक्रवात ही होता है । उष्णकटिबंधीय चक्रवात पृथ्वी …
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